प्रेरणा कवीची कि प्रेरणा क्वीची,
मला लहान असताना कवी पाठ नसायच्या,
पण आता कवी झालो निरंतरता,
क्या हैं निरंतरता क्या प्रयास!
सोच समझ के विचार बिचार करके काम करना,
कांड करना मेरे लिए आसान नहीं,
क्योंकी मै हूं रक्तचरित्र, रक्तचरित्र!
भुलती हुई आशिकी, मित्रता में बदल गयी
मेरे को लगता हैं आशिकी सच कि मित्रता
मित्रता सच हैं, यही जीवन का आधार हैं |
ये मोबाईल नाहीं मांगती, मरवा पिटवती नहीं,
मित्रता ही मनुष्य जीवन का दूसऱ्या पर्याय हैं |
येह दिखावा नहीं करती, खूबसूरत दुनिया के पीछे नहीं पडती,
यह फटे हुए कपडे की, दोस्ती रहती हैं, थोडासा खाके सोती हैं |
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